भांवर
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कामा उल्होथे कारी बदरिया
कामा ले बरसे बूंद
सरग उलहाथे कारी बदरिया
धरती मा बरसे बूंद
काखर भीजे नवरंग चुनारिया
काखर भीजे उस्माल
सीता भीजे नवरंग चुनारिया
राम के भीजे उस्माल
आगू आगू राम चलत हे
पीछू मां लक्षिमन भाई
मांझ मंझोलन सीता-जानकी
चित्रकुट बर जाई।
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