गुस्से म कहे बात के कोनो हर्जाना नई होवव (gussa me kahe baat - Kahani Hamar angana)


Image result for wall nailएकझन लड़का ह बहुतेच गुस्सेल रहिस। एक दिन ओकर ददा ह ओला खीला ले भरे एक झोला दीस अउ कहिस कि जब तोला गुस्सा आही तब तेहर घर के कोठ (दीवार) म एकठन खीला ठेंस देबे। पहिली दिन लड़का ह 50 खीला कोठ म ठोक दीस। एक हप्ता म ओहर अपन गुस्सा ल काबू म करे बर सीख गे रिहिस। अब कोठ म खीला ठोकना कम हो गे रिहिस। ओहर कोठ म ठोकाय खीला मन ल देखके सोचिस, अपन गुस्सा ल रोके के इही ह सबसे सरल तरीका हे। धीरे-धीरे वो लड़का ह अपन गुस्सा ल पूरी तरह ले काबू म कर ले रिहिस। ओहर अपन ददा ल ये बात बताइस त ओकर ददा ह सलाह दीस की अब तेहर रोज के एकठीन खीला ल कोठ ले निकालबें। जब लड़का ह सब्बे खीला ल कोठ ल निकाल लीस तब अपन ददा करा पहुंचिस। ददा ह लड़का के हाथ ल पकड़िस अउ कोठ करा लेके कहिस-तेहर बहुत बढ़िया काम करे हस बेटा। फेर वे कोठ के छेदा मन ल देख। अब ये कोठ ह पहिली जइसे नइ होवय। अइसने जब तेहर गुस्सा म काहीं कहिथस तब ककरो दिल म अइसने लगथे। तेहर कतको माफी मांग ले, फेर निशान ह हमेशा रहिथे। ये कहिनी ले हमन ल ये शिक्षा मिलथे कि , गुस्से म कहे बात के कोनो हर्जाना नई होवव, तेकर सेती गुस्सा ल काबू म रखना चाही। 


किसुन साहू

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