हमर भारत देश के मे कई ऐसे काम होथे जेला देखके हमर भारत के बारे में सोचना पड़ जाथे।
एक कहानी ऐसे हि जेला मै बतात हो ........
एक बार एक झन भारतीय मनखे मर के नर्क में पहुंचिस। अउ ओहर देखिस कि कोनो मनखे कोनो देश के नर्क मे जान सकत हे। वोहर गुनिस कि अमेरिकावासियों के नर्क मे जा के देखें, जब वो मनखे ह अमरिकावासियों के नर्क में गिस त मुहटा म एकझन पहरेदार खड़े रहे त ओला पुछिस कि भैया अमरिकावासी ल नर्क में का सजा देथे।
त पहरेदार ह किहिस - पहली तो तोला एक लाईन के चुल्हा म बिठा के करंट देहि। तहा ले खीला के खटिया म सुतये जाथे। तहा ले एक झन राक्षस आके ओकर पीठ म 100 कौर्रा मारथे।
वो मनखे डरागें।
तहा ले वो एक-एक करके सब्बो देश के नर्क में जाके यही सवाल ल करिस त सबों झन यही बताईस तब वो मनखे ह देखिस के सामने कतका झन मनखे एक ठन लाइन मे खड़े हे। अउ मुहटा म लिखाय हे भारतीय नर्क। तहा वो मनखे एक झन ल पुछिस कि भारतीय नर्क क मे का बात जो ऐमा अतका भीड़ जागे। तब ओहर वही बात ल बतिस। तो वो मनखे फेने पुछिस भैया सब नर्क में तो यही सजा हे फेर का बात हे जो अतका भीड़ हे -
त मनखे ह जवाब दिस -
यहा लाइन के चुल्हा हे लेकिन लाइन नी ये।
खिला के खटिया हे लेकिन खिला चोरा के ले गेय हे।
यहा राक्षस भी हे लेकिन ओहर आथे अउ हाजरि देथे अव चल देथे। अउ कभी ओहर मुड़ म होथे त 2-4 कोर्रा मार के चल देथे।
इकर लागिर यहा ज्यादा भीड़ हे।
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