06). डंडा गीत(Danda Geet)


* छत्तीसगढ़ के पुरूष नृत्यगीतों में डंडागीत प्रमुख है। 
* वस्तुतः यह छत्तीसगढ़ का रासगीत है। 
* गॉव के नवयुवक, चंदन, तिलक, फुलमाला और वस्त्राभूषण सज-धजकर निकलते है। 
* हाथ में डंडा या छोटी लकड़ी होती है। 
* वे वृत्ताकार हो घूम-घूमकर नाचते है। 
* नाचते हुए ताल के अनुसार एक दूसरे-की लकड़ी पर चोट करते है। नृत्य के मध्य ये कभी उझलते, कभी झुकते, कभी थिरकते और कभी मुड़ते हैं। उस समय नवयुवकों के सुकुमार अंगो की लोच देखते ही बनती है।
* डंडा नृत्य बड़ा कलापूर्ण होता है। 
* डंडागीतों में राधाकृष्ण की प्रेम लीलाओं के प्रसंगी के साथ राम लक्ष्मण से संबंधित कथाओं का उद्धरण भी देखा जाता सकता है।

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