मराठों की महत्वाकांक्षा...Maratha ka Mahatwakansha


शिवाजी ने जिस मराठा राज्य की स्थापना की थी, उसका सतत् विस्तार हो रहा था। हर मराठा सरदार राज्य का अधिक विस्तार करना चाहता था। 1734 ई. में सेना साहब सूबा के पद पर रघुजी को नियुक्त किया गया। उसे जो सनद दिया गया उसके अनुसार पूर्व में बंगाल तक भाग उसके क्षेत्र में शामिल था।

मराठा प्रभुत्व का विस्तार करना रघुजी का दायित्व बनता था। 1734 ई. में इसी महत्वाकांक्षी की परिपूर्ति के लिए बंगाल विजय करने मराठा सेना भेजी गई थी। मार्ग में छ.ग. का भाग था। भास्कर पंत ने इसे जीतने का निश्चिय किया।
छत्तीसगढ़ का उड़ीसा बंगाल मार्ग पर स्थित होना...
सन् 1741 ई. में बंगाल विजय के लिए मराठा सेना भेजी गई। मार्ग पर छ0ग0 का प्रदेश था। पीछे का भाग सुरक्षित रहे इस उद्देश्य से भास्कर पंत ने इसे जीता।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you for Comment..