पंथी गीत (Guru Ghashidas)

गुरु घासी दास बाबा,  सत के  अलख जगायें ये धाम म  ।

jaitkhamसत के अलख जगायें ये धाम म ...2

सादा तोर खम्भा बाबा, सादा तोर धजा ,
सादा तोर धजा बाबा, सादा तोर धजा,
सत के धजा फहरायें ये धाम म ।

मनखे मनखे एक होथे, मनखे ल बतायें
मनखे ल बतायें बाबा, मनखे ल बतायें
मनखे  मन के छुवाछूत ल मिटायें ये धाम म ।

प्रस्तुतकर्ता:
रमेशकुमार सिंह चौहान
नवागढ जिला-बेमेतरा (छ.ग.)

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