- रतनपुर के राजा वाहरेन्द्र के काल में 1536 ई. से मुस्लिमों के आक्रमण से माना जाता है।
- भक्तियुग के मुख्यतः तीन धारा में विभक्त है -
- गाथा परम्परा से विकसित गाथाओं की है।
- धार्मिक एवं सामाजिक गीतो की है।
- रचनाओं से जिसमें अनेकानेक भावनाएं व्यक्त किया।
- कल्याण साय की प्रमुख गाथा - फुलकुंवर, देवीगाथा
- गोपल्ला गति, रायसिंध के पवारा, ढोलामारू, और नगेसर कइना प्रमुख लघु गाथए है।
- लोखिक चंदा, सरबन गीत, वोधरू गीत
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