छत्तीसगढ़ में भोंसला शासन - CG Bhoshla Shashan

यह राज्य समृद्ध राज्य था। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मुगल बादशाह जहांगीर को वह एक लाख रूपए कर के रूप में तथा 80 हाथी भेंट स्वरूप दिए। कलचुरि नरेश कल्याण साय के पास 14200 सैनिक तथा 116 हाथी थे। आसपास के राजा इतनी सेना नहीं रख सकते थे। छत्तीसगढ़ उस समय समृद्ध शाली था। कलचुरियों की शासन पद्धति भी उत्तम थी।
ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी लगभग 1500 सालों तक सतत् शासन का प्रमाण मिलता है।
आक्रमण की सही तिथि
मराठा इतिहासकार सर देसाई के अनुसार आक्रमण प्रारंभ 1741 ई. के दशहरा दिवस से हुआ। दल के मुखिया भास्कर राव थे। बरसात के पश्चात् दशहरा के दिन से ही मराठों का आक्रमण प्रारंभ होता है। 1741 ई. सितंबर व अक्टूबर माह से आक्रमणकारी मराठा सेना छ0ग0 की ओर बढ़ी।

मराठा सेनापति भास्कर पंत कोल्हाटकर के नेतृत्व में छ0ग0 और बंगाल पर आक्रमण के लिए जो सेना भेजी गई।

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