
* क्वांर नवरात्रि एवं चैत्र नवरात्रि के अवसर पर घर या मंदिर में ज्वांरा बोया जाता है।
* विसर्जन के दिन जंवारा को कान में लगाकर मैत्री स्थापित की जाती है।
* इसके पश्चात दोनों परिवारों के मध्य पारिवारिक संबंध यथेाचित रिश्तो के साथ स्थापित हो जाता है,
* जंवारा मैत्री पुरूष या महिला दोनों में स्थापित होता है।
भोजली -
* श्रावणमास शुक्लपक्ष में भोजली (गेहूं का पौधा)कुछ घरों में बोया (रोपा) जाता है,
* जिसे पूर्णिमा के दिन भोजली पर्व या विसर्जन के दिन मैत्री स्थापित करने वाले एक दूसरे के कान में भोजली लगाकर मैत्री स्थापित करते है।
भोजली -
* श्रावणमास शुक्लपक्ष में भोजली (गेहूं का पौधा)कुछ घरों में बोया (रोपा) जाता है,
* जिसे पूर्णिमा के दिन भोजली पर्व या विसर्जन के दिन मैत्री स्थापित करने वाले एक दूसरे के कान में भोजली लगाकर मैत्री स्थापित करते है।
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